दांतों के रोग
दांतों की तकलीफ 6 माह की उम्र से जो शुरू होती हैं, वो मृत्यु तक
रहती हैं। दांतों की
कई प्रकार की तकलीफ हो सकती हैं, जैसे ....
·
बच्चो
में नए दांत आते समय दर्द होना।
·
दूध के
दांत गिरते समय तकलीफ होना।
·
दांतों
में कैविटी होना।
·
दांत(मसूड़े)
से खून या पस आना।
·
दांत
में ठंडा-गर्म लगना।
·
असमय दांत गिरना।
·
दांतों
पर पीलापन या काले होना।
·
दांत
निकलवाने के बाद ब्लीडिंग होना।
कारण .....
पेट की खराबी, कब्ज आदि के कारण।
दांतो की सही देखभाल नहीं करने के कारण।
ठंडा खाने के बाद तुरंत गर्म खाना-पीना या गर्म के बाद एकदम ठंडा
खाना-पीना।
चोट आदि के कारण।
कैल्सियम की कमी।
होम्योपैथिक मेडिसिन ......
होम्योपैथिक मेडिसिन से
दांतों की तकलीफ को ना सिर्फ कम किया जा सकता हैं अपितु हमेशा के लिए ठीक किया जा
सकता हैं।
बच्चो को दांत दर्द होना ....Chamomila,Belladona
गर्म खाने-पीने से दांतदर्द हो ...... Coffea, Chamomila
गर्म खाने से दर्द कम हो .....Mag-phos
ठंडा खाने-पीने से दर्द हो .....Silicea
दांत पीले, कैल्सियम की कमी...Calc-Flor 6x
दांत मसूड़े से अलग होने लगे यानी हिलने लगे ....Carvo-Veg
मसूड़ों में पस के कारण दर्द हो .....Merc-Sol
दांतो में कैविटी होना....Staphy
दांत निकलवाने के बाद
ब्लीडिंग हो ....Arnica
नोट- होम्योपैथी में
रोग के कारण को
दूर करके रोगी को ठीक किया जाता है। प्रत्येक रोगी की दवा, उसकी पोटेंसी,डोज आदि उसकी शारीरिक और मानसिक अवस्था के अनुसार अलग-अलग होती
हैं। अतः बिना चिकित्सकीय परामर्श यहां दी हुई किसी भी दवा का उपयोग न करें।
No comments:
Post a Comment