क्या
आपको भी अमावस्या या पूर्णमासी पर तकलीफ होती हैं
अक्सर कुछ लोगो को ये कहते सुना होगा कि अमावस्या या पूर्णमासी पर या
उसके आस-पास उनकी तबियत बिगड़ जाती हैं, या
चिडचिडाहट ज्यादा होती हैं। इस समय उन्हें
गुस्सा ज्यादा आता हैं, या उदासी लगती हैं। कुछ लोगो
का मानना है कि उन्हें किसी ने कुछ जादू-टोना कर दिया हैं या नजर लग गयी हैं।
लेकिन ऐसा नहीं हैं, ये किसी
भूत-प्रेत या जादू-टोने के कारण नहीं होता हैं। चूँकि
हमारे शरीर में लगभग 60% तक पानी होता हैं, और अमावस्या या पूर्णमासी पर समुद्र
में ज्वार-भाटा आता हैं। जिसका असर हमारे शरीर पर भी
पड़ता हैं, और यही कारण हैं कि कुछ लोग जो बहुत ज्यादा संवेदनशील होते हैं, इस समय
बीमार पड़ते हैं, या उनको किसी भी प्रकार की शारीरिक या मानसिक परेशानी ज्यादा होती
हैं।यहाँ तक कि जानवरों और पेड़-पौधों पर भी इसका असर पड़ता हैं।
लेकिन होम्योपैथी से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता हैं।
जी हाँ होम्योपैथी इंसानों के साथ-साथ जानवरों और पेड़-पौधों पर भी असर करती हैं।
पूर्णमासी पर होने
वाली तकलीफ की होम्योपैथिक मेडिसिन .....
एलुमिना(Alumina)
केल्केरिया-कार्ब
(Calc-Carb)
ग्रेफाईटिस(Graphtis)
साईलिसिया(Silicea)
सेबेडीला(Sabadilla)
अमावस्या पर होने
वाली परेशानी की होम्योपैथिक मेडिसिन ....
कास्टीकम (Causticum)
साईलिसिया (Silicea)
एलुमिना (Alumina)
क्लेमेटिस-एरेक्टा (Clemtis-Erecta)
चंद्रमा की रोशनी
में तकलीफ हो ....
एन्टिम-क्रूड (Antim-Crud)
थूजा (Thuja)
आर्ज-नेट
(Argentum-Nitricum)
लूना(Luna)
नोट- होम्योपैथी में
रोग के कारण को
दूर करके रोगी को ठीक किया जाता है। प्रत्येक रोगी की दवा, उसकी पोटेंसी,डोज आदि उसकी शारीरिक और मानसिक अवस्था के अनुसार अलग-अलग होती
हैं। अतः बिना चिकित्सकीय परामर्श यहां दी हुई किसी भी दवा का उपयोग न करें। रोग और होम्योपैथी दवा के बारे में और
अधिक जानकारी के लिए यहां लॉग इन कर सकते हैं।
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